आशा घर-घर जाकर करेगी टीबी रोगियों की खोज
अब आशा कार्यकत्री घर घर जाकर टीबी के मरीजों की खोज करेगी। इसमें सीएचओ, एएनएम और आंगनबाडी के अलावा टीबी विभाग के कर्मी सहयोग करेंगे। शुक्रवार को खेकड़ा सीएचसी पर प्रशिक्षण दिया गया।
आशा घर-घर जाकर करेगी टीबी रोगियों की खोज
- सीएचसी पर दिया गया प्रशिक्षण
खेकड़ा, तेजस न्यूज रिपोर्टर
अब आशा कार्यकत्री घर घर जाकर टीबी के मरीजों की खोज करेगी। इसमें सीएचओ, एएनएम और आंगनबाडी के अलावा टीबी विभाग के कर्मी सहयोग करेंगे। शुक्रवार को सीएचसी पर प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण का शुभारम्भ सीएचसी अधीक्षक डा. ताहिर ने किया। उन्होन कहा कि कोविड प्रबंधन की तर्ज पर टीबी उन्मूलन अभियान को चलाया जाए। ट्रेस, टेस्ट व ट्रीट की नीति को अपनाते हुए लक्षण के आधार पर लोगों की स्क्रीनिंग करें, उनकी जांच कराएं और टीबी की पुष्टि होने पर तत्काल उनका उपचार शुरू करें। आशा के साथ सीएचओ, एएनएम, आंगनबाडी सहयोग कर सघन टीबी अभियान को सफल बनाए। कहा कि कोरोना महामारी के दौरान उत्तर प्रदेश का कोविड प्रबंधन पूरे देश के लिए माडल बनकर उभरा था। जिसकी सराहना पूरे विश्व ने की थी। ऐसे में उसे ही आधार बनाकर टीबी उन्मूलन की दिशा में बढ़ा जाए। वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त भारत का जो लक्ष्य रखा गया है, उसे तेजी से पूरा किया जाए। प्रशिक्षण प्रभारी डा. ललित सिंह ने टीबी रोग के लक्षण और उपचार की जानकारियां दी। मरीजों की डिटेल को फार्मेट पर भरने के तरीके को विस्तार से बताया। आरबीएसके टीम की डा. दीप्ति चौधरी ने सर्वे के दौरान अतिकुपोषित बालक मिलने पर सूचित करने आहवान किया। इस दौरान बीसीपीएम शशि चौधरी, सुषमा देवी, राजेश देवी, मनोज कुमार, शीशपाल सिंह आदि मौजूद रहे।