तेजेश चौहान ,तेजस
गाजियाबाद में नगर निगम के पार्षद के चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की 100 वार्डों की आरक्षण सूची जारी हो गई है।इस सूची में 51 ऐसे वार्ड हैं। जिनके पार्षद दोबारा से चुनाव लड़ने की तैयारी में थे। लेकिन इस सूची के आने के बाद 51 पार्षदों की दोबारा से नगर निगम में जाने के अरमानों पर पानी फेर दिया है। क्योंकि 51 पार्षद ऐसे हैं। जो खुद चुनाव लड़ने के बजाय अपनी पत्नी को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रहे हैं।
गाजियाबाद नगर निगम में कुल 100 वार्ड है।जिनमें पार्षदों के चुनाव को लेकर लोगों में खासा उत्साह नजर आता है।अब निकाय चुनाव नजदीक हैं। हर वार्ड में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के आरक्षण की सूची भी जारी हो गई है।नगर निगम के कुल 14 वार्ड इस बार अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित किए गए हैं।इनमें से 7 वार्ड ऐसे हैं जो 2017 के चुनाव में अन्य वर्ग के लिए आरक्षित थे। जोकि 7 वार्ड अनारक्षित श्रेणी में थे। इनमें सामान्य वर्ग के पार्षद ही जीते थे अब 2022 के चुनाव के लिए जिस तरह से आरक्षण की सूची जारी हुई है। उनमें 14 वार्ड के पार्षदों को या तो क्षेत्र बदलकर चुनाव लड़ना होगा। क्योंकि 2022 के चुनाव के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग और अन्य पिछड़ा वर्ग महिला श्रेणी में आरक्षित किए गए 21 वार्डों में भी 2017 के चुनाव में महिला अनारक्षित और अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं। इन सभी वार्डों में 21 वार्ड में सिर्फ आरक्षित वर्ग की महिलाएं चुनाव लड़ सकेंगी। इस बार प्रशासन ने 2017 में अनारक्षित अनुसूचित जाति अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित 16 अवार्ड भी महिला वर्ग के लिए आरक्षित कर दिए हैं। जिसके कारण इन वार्डों में पहले से ही पार्षद चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे। इनमें से ज्यादातर पार्षद अब अपनी पत्नी को चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन जिस तरह से प्रशासन ने सूची जारी की है।उसे साफ तौर पर यह जाहिर है। कि इन वार्डों में दोबारा पार्षदों की पत्नी को टिकट मिलना मुश्किल है निकाय चुनाव में भी सभी वार्डों में बड़ी संख्या में लोग चुनाव लड़ने की दावेदारी ठोक रहे हैं। खासतौर से भाजपा के बैनर पर चुनाव लड़ने के लिए बड़ी संख्या में लोगों की लाइन लगी हुई है। हर कोई दावेदार भाजपा से ही टिकट लेने की जुगत में लगा हुआ है।
प्रशासन के द्वारा इस बार जिस तरह से आरक्षण की सूची जारी हुई है। उनमें 51 ऐसे वार्ड जिनमें मौजूदा पार्षद चुनाव नहीं लड़ पाएंगे। इन 51 वार्डों में वार्ड 1, 5, 6, 7 ,8 ,9, 10, 11, 13, 15, 16, 17, 18, 19 ,20 ,21, 22, 23, 24 ,25 ,26, 27, 28, 31, 32, 34 ,35 ,36 ,40, 41, 45, 42 ,44, 45 ,48, 50, 51, 53 ,60, 61, 62 ,64, 66, 68, 70, 71, 72, 73, 92, 95 और 99 वार्ड शामिल किए गए हैं। यानी इन सभी वार्डों के मौजूदा पार्षद इस बार पार्षद का चुनाव अपने वार्ड से नहीं लड़ पाएंगे।