गाजियाबाद वन विभाग की घोर लापरवाही उजागर,, 10 फुट के पॉम पेड़ ध्वस्त, महज बयान दर्ज कर लौटे अधिकारी
साया जैनिथ सोसाइटी, इंदिरापुरम में पॉम के 6 फुट से 10 फुट के पेड़ों के गिराने का मामला गरमाया गया है. वन विभाग के सक्षम अधिकारी रामबीर सिंह ने मौके पर जाकर एओए पदाधिकारियों का बयान दर्ज किया. लेकिन कोई भी चालान या अग्रिम कार्रवाई करने से इंकार कर दिया है. उनका कहना है कि पॉम के पेड़ वृक्ष की श्रेणी में नहीं आते हैं.

तेजस न्यूज संवाददाता
गाजियाबाद वन विभाग की घोर लापरवाही उजागर,, 10 फुट के पॉम पेड़ ध्वस्त, महज बयान दर्ज कर लौटे अधिकारी
गाजियाबाद : साया जैनिथ सोसाइटी, इंदिरापुरम में पॉम के 6 फुट से 10 फुट के पेड़ों के गिराने का मामला गरमाया गया है. वन विभाग के सक्षम अधिकारी रामबीर सिंह ने मौके पर जाकर एओए पदाधिकारियों का बयान दर्ज किया. लेकिन कोई भी चालान या अग्रिम कार्रवाई करने से इंकार कर दिया है. उनका कहना है कि पॉम के पेड़ वृक्ष की श्रेणी में नहीं आते हैं.
जबकि इस मामले में वन विभाग की रेंज ऑफिसर निम्मी का कहना है कि चालान की कार्रवाही के लिए निर्देशित किया जा चुका है. चूंकि ये पेड़ निजी संपत्ति में नहीं हैं, सोसायटी के अंतर्गत आते हैं, ऐसे में इसके लिए अनुमति लेना आवश्यक था.
साया जैनिथ सोसाइटी निवासी मनीष गुप्ता, विपुल कुमार, सीनियर सिटीजन अध्यक्ष टी एस छाबड़ा सहित तमाम रेजीडेंट ने वन विभाग की कार्य प्रणाली पर सवाल किये और कहा कि 10-15 लाख के पॉम पेड़ नष्ट किये जा रहे हैं. ऐसे में वन विभाग के मौन की मतलब समझा जा सकता है.
खबर लिखे जाने तक ध्वस्त किये गये पेड़ अभी भी गिरे हालात में साया जैनिथ स्क्वायर में मौजूद है.
पूरे विवाद के बीच अब मामला डीएफओ निशा तिवारी खुद देखेंगी. जिसे लेकर सोमवार को 10 बजे मीटिंग का सूचना है.