बोले रोशनलाल वशिष्ठ, क्रोध से मनुष्य की होती है हानि

बोले रोशनलाल वशिष्ठ, क्रोध से मनुष्य की होती है हानि

भगोट में भागवत-

बोले रोशनलाल वशिष्ठ, क्रोध से मनुष्य की होती है हानि
खेकड़ा, तेजस न्यूज रिपोर्टर
भगोट गांव में भागवत कथावाचक रोशनलाल वशिष्ठ महाराज ने क्रोध को मानव का अवगुण बताया। कहा कि क्रोध से मनुष्य की सामाजिक मानसिक हानि होती है।
भगोट गांव में बाबा मेद गिरी स्थान पर आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा के पांचवें दिन कथावाचक रोशनलाल वशिष्ठ महाराज ने कहा कि क्रोध करना मनुष्य के लिए हानिकारक है। क्रोध एक ऐसा श्राप है, जो मनुष्य खुद को देता है। क्रोध न दिखाई देने वाली ऐसी चिता है जो भीतर ही भीतर व्यक्ति को जला देती है। व्यक्ति जिस पर क्रोध करता है बुरा उसका नहीं बल्कि व्यक्ति के खुद का होता है। क्रोध वह तेजाब है जो किसी भी चीज पर डाले जाने से ज्यादा उस पात्र को अधिक हानि पहुंचा सकता है जिसमें वह रखा हुआ है। ऐसे में मनुष्य का संयम से काम लेकर जीवन व्यतीत करना चाहिए। कथा सुनने बडी संख्या में ग्रामीण पुरूष महिलाएं शामिल हुई।