चंन्द्राशु त्यागी ,गाजियाबाद
गाजियाबाद के मधुबन बापूधाम थाना क्षेत्र में लोगों ने मंगलवार सुबह एक महिला और एक पुरुष की लाश लहूलुहान हालत में पड़ी देखी। उनकी लाश के पास एक कार खड़ी हुई थी।
एक तमँचा और दोनों के मोबाइल भी पड़े हुए थे। लोगों ने यह सूचना स्थानीय पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और गहन जांच शुरू कर दी।
इस पूरे मामले को लेकर डीसीपी ज्ञानेंजय सिंह ने बताया कि लोगों के द्वारा ही यह सूचना मिली थी। पुलिस ने जाँच की तो पता चला कि करीब 32 वर्षीय विनोद चौधरी और दीपक चौधरी दोनों पति पत्नी थे। विनोद चौधरी मूल रूप से उत्तराखंड का रहने वाला था और फिलहाल वह अपनी पत्नी और एक बेटे व बेटी के साथ थाना कविनगर इलाके के महेंद्रा एंकलेव में रहता था। दोनों के सर पर गोली के निशान थे।
डीसीपी ने बताया कि विनोद चौधरी के घर वालों से बात हुई और जाँच में पता चला कि विनोद चौधरी काफ़ी समय से डिप्रेशन का शिकार था। घरवालों का कहना है कि उसने अपने घरवालों से भी कहा था कि वह जब भी मरेगा तो अपनी पत्नी के साथ ही मरेगा। उन्होंने बताया कि घर वालों से यह भी पता चला है कि विनोद कहीं से एक तमँचा लाया था वह अपनी गाड़ी में ही रखता था और किसी से कोई रंजिश भी नहीं थी। इन तमाम पहलुओं और शुरुआती जाँच में पता चला है कि विनोद ने ही पहले पत्नी कि हत्या कर बाद में खुद को गोली मारी है। फिर भी कई एंगल पर इस पूरे ममले की गहन जांच की जा रही है।