जिला एमएमजी अस्पताल में आखिर चिकित्सक क्यों लिख रहे हैं बाहर की दवा

जिला एमएमजी अस्पताल में आखिर चिकित्सक क्यों लिख रहे हैं बाहर की दवा
तेजेश चौहान तेजस
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने हाल ही में गाज़ियाबाद के निजी अस्पताल का निरीक्षण किया निरीक्षण के बाद अस्पताल के स्टाफ को सख्त हिदायत दी गई कि मरीजों का सही प्रकार से इलाज किया जाए और सरकार के द्वारा दी जा रही तमाम सुविधाएं मुहैया कराए जाएं ।लेकिन उप मुख्यमंत्री के दौरे के बाद भी अस्पताल के हालात सुधरे हुए नजर नहीं आ रहे हैं।

इसकी गहन जांच के लिए हमारे संवाददाता जिला में निजी अस्पताल में पहुंचे और वहां पर लाइन में खड़े मरीजों से पूछताछ की गई तो मरीजों ने बताया कि चिकित्सकों ने उन्हें देखने के बाद बाहर से दवाई लेने के लिए पर्ची हाथ में थमा दी है

जबकि नियमानुसार सभी दवाइयां जिला अस्पताल नहीं उपलब्ध कराई जाती है।उधर जिला अस्पताल के सीएमएस का कहना है कि सभी दवाएं अस्पताल में उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें भी इस तरह की शिकायत मिली है।

लेकिन वह गहन जांच में जुटे हैं ।जैसे ही इस तरह के मामले सामने आएंगे तो तत्काल प्रभाव से ऐसे चिकित्सकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

अस्पताल में मरीजों को बाहर की दवाइयां लिखी जा रही हैं।जिन्हें खरीदना मरीजों के लिए काफी मुश्किल है। मरीजों का कहना है कि कुछ दवाइयां ऐसी हैं जिन्हें डॉक्टर बाहर से खरीदने के लिए कह रहे हैं।

वहीं इसी को लेकर जब हमने अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ मनोज कुमार चतुर्वेदी से इस बारे में जानकारी प्राप्त की तो उनका कहना था। कि इस तरह का कोई मामला सामने आता है तो बाहर पर लिखने वाले चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इतना ही नहीं ऐसे चिकित्सक की शासन को शिकायत की जाएगी। नियमानुसार डॉक्टर केवल जेनेरिक दवाई और अस्पताल में मौजूद दवाइयां ही लिख सकते हैं।बहार से खरीदने के लिए नहीं।