तेजेश चौहान, तेजस
यूपी के जिला गाजियाबाद के डासना इलाके में स्थित शिव शक्ति धाम सिद्धपीठ परिसर में एक ऐसा तालाब है।जहां पर स्नान करने से सभी चर्म रोग पूरी तरह से ठीक हो जाते हैं। बताया जाता है कि तालाब में मंदिर में मौजूद देवी की प्रतिमा को मुगल काल में इसी तालाब में फेंक दिया गया था और करीब 300 साल तक मां इसी तालाब में मौजूद रहीं। तभी से इस तालाब की मिट्टी में इतनी शक्ति आ गई। कि यदि कोई भी चर्म रोग से ग्रसित व्यक्ति इस तालाब में स्नान कर यहां की मिट्टी लगाने तो किसी भी प्रकार का चर्म रोग ठीक हो जाते हैं।
( चमत्कारी तालाब के बारे में जानकारी देते पंडित विनोद शास्त्री)
देवी मंदिर परिसर में है चमत्कारी तालाब
इस तालाब की महिमा के बारे में डासना देवी मंदिर के पुजारी सुनोज कुमार शास्त्री ने बताया कि डासना में मुगल काल से भी पहले देवी मां का मंदिर मौजूद है। मुगल काल के दौरान मुगलों ने मंदिर के अंदर की कसौटी पत्थर से बनी प्रतिमा को हटाकर तालाब में फेंक दिया था।
जिसके बाद करीब 300 साल तक मां तालाब में ही रही अचानक की एक मोनी बाबा मंदिर परिसर में आकर रहने लगे। जब उन्हें जानकारी हुई तो मां की मूर्ति को निकालकर दोबारा से यहां स्थापित किया गया।लेकिन इतने वर्ष तक तालाब में रहने के कारण यहां की मिट्टी में वह शक्ति आ गई कि कोई भी चर्म रोग जहां स्नान कर मिट्टी चर्म रोग पर लगा लेता है। वह निश्चित तौर पर ठीक हो जाता है।
( सरोवर में स्नान करते हुए चर्म रोगी)
10 रविवार स्नान करने से मिल जाती है चर्म रोगों से मुक्ति
(संजय मित्तल स्थानीय बिवासी)
पंडित सुनोज कुमार शास्त्री ने कहा कि तालाब के इस करिश्मे को उन्होंने खुद अपनी आंखों से देखा है। उनका यहां तक कहना है कि कोई भी चर्म रोगी या कुष्ठ रोगी डॉक्टर के जिला कराने के बाद भी ठीक नहीं होता तो वह करीब 10 रविवार को इस तालाब में आकर स्नान कर तालाब की मिट्टी लगा ले तो निश्चित तौर पर मां के आशीर्वाद से वह चर्म रोगी ठीक होने लगता है।
(सरोवर में स्नान करती महिला)