पंचकल्याणक में हुआ गर्भकल्याणक का पूजन
धर्मनगरी बड़ागांव के त्रिलोक तीर्थ धाम में चल रहे पंचकल्याणक महामहोत्सव में शुक्रवार को गर्भकल्याणक का पूजन हुआ। माता की गोद भराई की गई। 56 कुमारियों ने माता की सेवा की। महाराजा अश्वसैन का राजदरबार लगा। बडी संख्या में श्रद्धालु पूजन में शामिल हुए।
पंचकल्याणक महामहोत्सव-
पंचकल्याणक में हुआ गर्भकल्याणक का पूजन
- 56 कुमारियों ने की माता वामादेवी की सेवा
- महाराजा अश्वसैन का लगा राजदरबार
खेकड़ा, तेजस न्यूज रिपोर्टर
धर्मनगरी बड़ागांव के त्रिलोक तीर्थ धाम में चल रहे पंचकल्याणक महामहोत्सव में शुक्रवार को गर्भकल्याणक का पूजन हुआ। माता की गोद भराई की गई। 56 कुमारियों ने माता की सेवा की। महाराजा अश्वसैन का राजदरबार लगा। बडी संख्या में श्रद्धालु पूजन में शामिल हुए।
ज्ञेयसागर महाराज के सानिध्य में अनुष्ठान सुबह साढे छह बजे श्रीजी की मंत्र आराधना और जाप के साथ शुरू हुआ। इसके बाद प्रभु का नित पूजन किया गया। अभिषेक किया गया। शांतिधारा की गई। गर्भकल्याणक का पूजन किया गया। पूजन प्रतिष्ठाचार्य श्रेयांश कुमार जैन और जय कुमार निशांत ने मंत्रोचार के जरिए कराया। दोपहर में सीमांतनी क्रिया की गई। माता की गोद भराई की गई। शाम के समय त्रसनाली वेदी की शुद्धि की गई। मंगल आरती की गई। शास्त्र सभा हुई। महाराजा अश्वसैन का राजदरबार लगा। उसमें राज्य की व्यवस्था का मंचन हुआ। राजदरबार के बाद माता को स्वप्न दिखाई देने की क्रिया हुई। उन्हें स्वप्न के फल का वर्णन सुनाया गया। गर्भ में प्रभु के आने की जानकारी मिलते ही अयोध्या नगरी में हर्षाेल्लास का माहौल बन गया। श्रद्धालु झूमने लगे। 56 कुमारियां माता की सेवा में जुट गई। अष्ट कुमारियों ने तत्व चर्चा की। जैन संत आचार्य ज्ञेयसागर महाराज ने माता और श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। अनुष्ठान में त्रिलोक चंद जैन आदि ने सहयोग दिया।
गोद भराई रस्म में छाया श्रद्धा का उल्लास
पंचकल्याणक महामहोत्सव का पंडाल श्रीजी की माता की गोद भराई की रस्म के समय जयकारों से गूंज उठा। ढोलक की थाप पर मंगल गीत गाए गए। जैन साध्वियों के सानिध्य में श्रद्धालु महिलाओं ने श्रीजी की माता की गोद भराई की। गोला, बादाम, अखरोट और मखाने से उनकी गोद भर दी। उन्होंने मंगल गीत गाते हुए नृत्य भी किया। श्री जी के माता-पिता का साफा व माला पहनाकर और तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
घट यात्रा में श्रद्धालु झुमे
अनुष्ठान में दोपहर के समय घट यात्रा निकली। यात्रा अनुष्ठान पंडाल से पूजा अर्चना के साथ शुरू हुई। बैंड बाजा के साथ यात्रा ने समूचे अतिशय क्षेत्र में भ्रमण किया। यात्रा में शामिल श्रद्धालु प्रभु के भजनों पर झूमते रहे। अबीर गुलाल उड़ते रहे। करीब एक घंटे के भ्रमण के बाद यात्रा वापस पंडाल पर पहुंचकर संपन्न हुई।
राज्यमंत्री संजीव गोयल ने लिया संतो का आशीर्वाद
बडागांव पंचकल्याणक महोत्सव में प्रदेश के राज्यमंत्री संजीव गोयल भी पहुंचे। उन्होने ने संतों का आशीर्वाद लिया। विश्व की अलौकिक कृति त्रिलोक मंदिर का अवलोकन कर श्रीजी के दर्शन किए। आचार्य संमति सागर महाराज की समाधि पर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान मंदिर समिति के गजराज जैन गंगवाल, राजेन्द्र प्रसाद जैन, त्रिलोक चंद जैन आदि ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया।