मंगल कलश वाटर टेंक बड़ागांव का नाम गिनीज बुक रिकार्ड में दर्ज

बडागांव का नाम एक ओर उपलब्धि से जुड गया हैं। यहां के साधुवृति आश्रम में बने मंगलकलश वाटर टेंक को बेहतर कृति मानते हुए इंटरनेशनल गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कर लिया गया है। इससे पूरे जैन समाज समेत क्षेत्र में हर्ष का माहौल है।

मंगल कलश वाटर टेंक बड़ागांव का नाम गिनीज बुक रिकार्ड में दर्ज

मंगल कलश वाटर टेंक बड़ागांव का नाम गिनीज बुक रिकार्ड में दर्ज
- जल्द मिलेगा प्रमाण पत्र
खेकड़ा, तेजस न्यूज रिपोर्टर
बडागांव का नाम एक ओर उपलब्धि से जुड गया हैं। यहां के साधुवृति आश्रम में बने मंगलकलश वाटर टेंक को बेहतर कृति मानते हुए इंटरनेशनल गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कर लिया गया है। इससे पूरे जैन समाज समेत क्षेत्र में हर्ष का माहौल है।
जैन तीर्थ क्षेत्र बड़ागांव में प्राचीन दिगम्बर जैन मंदिर और उसका प्राचीन कुंआ, विश्व की अनोखी कृति त्रिलोक तीर्थ मंदिर, साधु वृति आश्रम में भगवान बाहुबली की विशालकाय प्रतिमा दर्शनीय और विश्व प्रसिद्ध है। अब इस क्षेत्र से एक ओर नाम जुड गया हैं। यहां के साधुवृति आश्रम में निर्मित मंगल कलश ओवरहेड वाटर टैंक को इंटरनेशनल गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कर लिया गया है। आश्रम के मैनेजर संजीव जैन ने बताया कि दानवीर सेठ स्वर्गीय शीतल प्रसाद की प्रेरणा से बने साधुवृति आश्रम की देखरेख उनके पुत्र डा. राजीव जैन करते है। इस अनोखी कृति का निर्माण खेकड़ा के दानवीर सेठ वीवटैक्स कम्पनी के मालिक योगेन्द्र जैन ने कराया है। स्वरूप को गाजियाबाद के अशोका बिल्डर्स के इंजीनियर आरके जैन ने तैयार किया है। इसे गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया है। जल्द ही एक समारोह में इसकी घोषणा होगी। इससे पूरे जैन समाज समेत क्षेत्र में हर्ष का माहौल है।