तेजेश चौहान तेजस
आज सावन का दूसरा सोमवार है जिसके चलते सभी शिवालयों में शिव भक्तों का तांता लगा हुआ है। इसी कड़ी में गाजियाबाद स्थित भगवान दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर में भी देर रात 12:00 बजे से ही भोले के उद्घोष से शिवालय गूंज उठे ।शिव भक्तों की लंबी कतार लग गई और बूढ़े जवान महिला एवं बच्चे अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। वहीं सुरक्षा की दृष्टि से भी मंदिर परिसर और उसके आसपास पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया है। मंदिर और आसपास करीब 42 सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से निगरानी की जा रही है। इसके अलावा मंदिर समिति सिविल डिफेंस के कार्यकर्ता भी व्यवस्था बनाने में जुटे हुए हैं।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए मंदिर के महंत एवं जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर राष्ट्रीय प्रवक्ता महंत नारायण गिरी जी महाराज ने बताया कि यूं तो सावन का महीना भोलेनाथ की आराधना के लिए सर्वोत्तम माना गया है। लेकिन खासतौर से सावन के सोमवार को भोलेनाथ की आराधना करना और शिवलिंग पर जलाभिषेक करने का बड़ा महत्व माना गया है। आज सावन का दूसरा सोमवार है और इस सोमवार को अमृत योग बना हुआ है और पूरे दिन ध्रुव योग रहेगा।इस दौरान भोलेनाथ की आराधना करना बेहद ही शुभ माना जाता है। उन्होंने बताया कि भगवान दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर की मान्यता के मुताबिक बड़ी संख्या में शिवभक्त रात 12:00 बजे से ही अपनी बारी के इंतजार में लंबी कतार में लगे हुए हैं।रात 12:00 बजे से ही मंदिर भक्तों के लिए खोल दिया गया था और 3:00 बजे से 5:00 बजे तक नित्य कर्म और भोग आरती के बाद शिव भक्तों के लिए मंदिर खोला गया।उन्होंने बताया कि जिस तरह शिवरात्रि पर बड़ी संख्या में शिव भक्त मंदिर में आकर भगवान भोलेनाथ की आराधना करते हुए जलाभिषेक करते हैं। उन्होंने बताया कि हमारे शास्त्रों में भी इसका जिक्र किया गया है। कि जो लोग सावन के महीने में भगवान भोलेनाथ की आराधना करते हुए शिवालय में जलाभिषेक करते हैं भगवान भोलेनाथ उन पर अपनी असीम कृपा बरसाते हैं।ठीक उसी तरह सावन के सोमवार के महत्व को ध्यान में रखते हुए शिव भक्त बड़ी संख्या में मंदिर पहुंच रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इस बार 2 साल के अंतराल के बाद शिव भक्तों को मंदिर में भोलेनाथ की आराधना और जलाभिषेक करने का अवसर मिला है।तो इस बार शिव भक्तों की ज्यादा भीड़ है। इसे ध्यान में रखते हुए जहां एक तरफ जिला प्रशासन की तरफ से साफ-सफाई और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। वहीं दूसरी तरफ मंदिर समिति की तरफ से भी बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को सुरक्षा व्यवस्था में लगाया गया है।