बड़ी संख्या में राशन डीलर 2 अगस्त को जंतर मंतर पर अपनी मांगों को लेकर करेंगे प्रदर्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटे भाई प्रहलाद मोदी भी प्रदर्शन में होंगे शामिल

बड़ी संख्या में राशन डीलर 2 अगस्त को जंतर मंतर पर अपनी मांगों को लेकर करेंगे प्रदर्शन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटे भाई प्रहलाद मोदी भी प्रदर्शन में होंगे शामिल
तेजेश चौहान तेजस
गाजियाबाद।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छोटे भाई प्रहलाद मोदी अपने निजी कार्य से गाजियाबाद पहुंचे। जहां उन्होंने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि 2 अगस्त को बड़ी संख्या में राशन डीलर दिल्ली के जंतर मंतर पहुंच कर राशन डीलर्स के  कमीशन बढ़ाए जाने और अन्य कई मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे।इस दौरान वह खुद भी राशन डीलर के साथ प्रदर्शन में मौजूद रहेंगे।उन्होंने कहा कि वह नरेंद्र मोदी के खिलाफ नहीं बल्कि सरकार के द्वारा राशन डीलर के लिए बनाई गई नीति के खिलाफ है और राशन डीलर के हितों की लड़ाई लड़ना उनका फर्ज है। क्योंकि वह खुद राशन डीलर है और गुजरात राशन डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष और देश की राशन डीलर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष भी हैं। उन्होंने कहा कि भले ही उनके बड़े भाई नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं।लेकिन वह किसी भी मामले को लेकर उन्हें डिस्टर्ब करना नहीं चाहते हैं। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनका पूरा परिवार परिवारवाद से दूर रहता है। उन्होंने कहा कि उनकी अपने बड़े भाई नरेंद्र मोदी से गुजरात में मुख्यमंत्री रहते हुए 14 साल में केवल 3 बार मुलाकात हुई इसके अलावा फिलहाल 8 साल के अंदर उनकी एक भी मुलाकात भाई से नहीं हुई है।

इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी और बेटी की मौत होने के बाद भी नरेंद्र मोदी घर नहीं पहुंचे। बल्कि फोन पर ही उन्होंने शोक जताया। प्रहलाद मोदी ने कहा कि उनका काम धंधा राशन डीलर का है और वह डीलर एसोसिएशन के मुखिया भी हैं। इसलिए राशन डीलर के हित की बात करना उनका भी कर्तव्य बनता है। उन्होंने कहा कि राशन डीलर के कमीशन को लेकर वह अपने भाई से नाराज नहीं ,लेकिन उनकी सरकार के बनाए गए नियमों के वह खिलाफ है। क्योंकि राशन डीलर को जो कमीशन दिया जा रहा है। वह नाकाफी है लगातार मांग करने के बाद भी राशन डीलर की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसलिए मजबूरी वश 2 अगस्त को राशन डीलर जंतर मंतर पर पहुंचकर अपनी कुछ मांगों को लेकर प्रदर्शन करेंगे और वह भी खुद भी उन सभी राशन डीलर के बीच रहेंगे।
उन्होंने कहा कि राशन डीलर की सबसे बड़ी मांग यह है। कि कोरोना का हाल के दौरान जहां परिवार वाले भी एक दूसरे से दूर रह रहे थे। उस दौरान भी लोगों को राशन पहुंचाने में राशन डीलर का सबसे बड़ा योगदान रहा। राशन डीलर्स ने बगैर पीपीई किट के लोगों को राशन पहुंचाया। इसलिए राशन डीलर को कोरोना वारियर्स घोषित किया जाए इसके अलावा देश की वर्ल्ड फ़ूड ओरेगेनाइजर कमेटी में राशन डीलर के कमीशन को लेकर चर्चा हुई तो कमेटी की अध्यक्ष सीतारमण की अध्यक्षता में कमीशन लागू किया था। जिसमें राशन डीलर को 460 प्रति कुंतल दिए जाने की बात कही गई थी। लेकिन कमेटी के तहत कमीशन नहीं मिल पा रहा है। इसके अलावा अन्य कई ऐसी मांगे हैं जो राशन डीलर सरकार के सामने रखेंगे।