वर्चस्व को लेकर एओए पदाधिकारियों में जमकर चले लाठी डंडे
तेजेश चौहान तेजस
गाजियाबाद:-
गाजियाबाद के क्रासिंग रिपब्लिक की महागुन सोसाइटी में एओए पदाधिकारियों में वर्चस्व को लेकर सिक्योरिटी गार्ड और दूसरों के बीच जमकर लाठी-डंडे चले।इस दौरान किसी के द्वारा इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया।हालांकि इस पूरे मामले में शिकायत मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर गहन जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार थाना विजयनगर इलाके की क्रॉसिंग रिपब्लिक महागुन मेक्सट सोसाइटी में पिछले काफी समय से एओए पदाधिकारियों में वर्चस्व को लेकर विवाद चल रहा है। जिसके चलते गुरुवार की शाम सिक्योरिटी एजेंसी बदलने को लेकर बाहर से आए कुछ बाउंसर और मौजूदा गार्ड एवं सोसाइटी के लोगों में जमकर मारपीट होने लगी।गेट के एक तरफ बाहर से आए बाउंसर, वहीं दूसरी तरफ गेट के अंदर मौजूद गार्ड और स्थानीय लोगों के बीच आपस में जमकर लाठी-डंडे चले। इस दौरान किसी के द्वारा यह वीडियो भी बना लिया गया।जिसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। इस वीडियो में इस दौरान एक पुलिसकर्मी भी खड़ा हुआ दिखाई दिया।वीडियो में पुलिसकर्मी बीच-बचाव कराने के बजाय वीडियो बनाता हुआ नजर आया।बहराइच की सूचना स्थानीय पुलिस को मिली तो मौके पर पहुंची पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर जांच शुरू कर दी है।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए थाना विजय नगर के थाना अध्यक्ष योगेंद्र मलिक ने बताया कि क्रॉसिंग रिपब्लिक के महागुण मेक्सट सोसाइटी में रखरखाव का काम एओए ही देखती है।यहां पर सितंबर 2018 से एओए के पदाधिकारियों में आपस में विवाद चल रहा है।उस वक्त निशांत जोशी अध्यक्ष बनाए गए थे और मई 2022 में हुए चुनाव में अरुण कुमार बाजपेई अध्यक्ष चुन लिए गए। बहराल पुराने पदाधिकारियों और नए पदाधिकारियों में विवाद शुरू हो गया। मामला हाईकोर्ट तक भी जा पहुंचा।पुराने पदाधिकारियों का कहना है। कि नया चुनाव रद्द कर दिया गया है।तो पुराने पदाधिकारी ही फिलहाल यहां का काम देखेंगे। इसी बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने सिक्योरिटी एजेंसी बदलने का फैसला लिया।उधर नई पदाधिकारियों का कहना है कि चुनाव तक जिम्मा उन्हीं के पास है टी अभी सिक्योरिटी एजेंसी नहीं बदलेंगे।बाद में बनाए गए अध्यक्ष अरुण कुमार ने आरोप लगाया कि तीन-चार दिन से माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा था।आरोप है कि स्थानीय पुलिस जीडीए और बृहस्पतिवार को सुबह एसएसपी से भी मिलकर शिकायत की गई थी। लेकिन किसी भी अधिकारी ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।जिसका फायदा उठाते हुए पुराने पदाधिकारियों ने सिक्योरिटी एजेंसी के बाउंसर को बुलवाकर हमला किया है।
उन्होंने बताया कि झगड़े की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लिया।उधर निशांत जोशी, विकास कंबोज ,सुशील मिश्रा, पंकज गुप्ता, सुधांशु गुप्ता और सुशांत चौधरी व रश्मि गुप्ता समेत अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और इसकी गहन जांच शुरू कर दी गई है।
उधर क्षेत्राधिकारी अंशु जैन का कहना है। कि घटनास्थल पर लगे सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।सीसीटीवी फुटेज के आधार पर झगड़ा कर रहे लोगों की पहचान की जा रही है।पहचान करने के बाद सभी के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।