समाजसेवी अजय गुप्ता,दामाद शिवम अग्रवाल,और राजीव अग्रवाल ने निभाया मानव धर्म। 

मॉरीशस का रहने वाला एक परिवार घर के मुखिया का उपचार कराने के लिए दिल्ली आया था। लेकिन उपचार के दौरान शख्स की मौत हो गई।जिसके बाद मृतक शख्स की पत्नी और बेटी अपने आपको असहाय समझ रही थीं। लेकिन समाजसेवी अजय गुप्ता,दामाद शिवम अग्रवाल,और राजीव अग्रवाल ने मानव धर्म निभाते हुए मारीशस मूल के शख्स का हिंदू रीति रिवाज के अनुसार बृजघाट गंगा किनारे अंतिम संस्कार कराया।

समाजसेवी अजय गुप्ता,दामाद शिवम अग्रवाल,और राजीव अग्रवाल ने निभाया मानव धर्म। 
तेजेश चौहान ,तेजस
समाजसेवी अजय गुप्ता,दामाद शिवम अग्रवाल,और राजीव अग्रवाल ने निभाया मानव धर्म। 

उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं समाजसेवी अजय गुप्ता और उनके दामाद शिवम अग्रवाल व उनके पिता राजीव अग्रवाल ने उस वक्त मानवता का परिचय दिया जब मारीशस का एक परिवार पृथ्वीनाथ नामक शख्स का उपचार कराने दिल्ली स्थित मणिपाल हॉस्पिटल पहुंचा। लेकिन उपचार के दौरान पृथ्वीनाथ जिंदगी की जंग हार गए। इस परिवार की समाजसेवी अजय गुप्ता,दामाद शिवम अग्रवाल,और राजीव अग्रवाल ने मदद करते हुए मानव धर्म निभाया इस परिवार ने पृथ्वीनाथ की पत्नी और उनकी बेटी को सांत्वना देते हुए पृथ्वीनाथ का अंतिम संस्कार किया।

पूरे मामले की जानकारी देते हुए उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं समाजसेवी अजय गुप्ता ने बताया कि शिवम अग्रवाल 2014 में मॉरीशस में अपनी पढ़ाई करने के लिए गए थे। तभी उनका इस परिवार से परिचय हुआ। मॉरीशस किस परिवार ने शिवम अग्रवाल की काफी मदद की। अब अचानक ही मॉरीशस के परिवार के मुखिया पृथ्वीनाथ की तबीयत बेहद खराब हो गई वहां के चिकित्सकों ने दिल्ली में इलाज कराने की सलाह दी जिसके बाद पृथ्वीनाथ की पत्नी और उनकी बेटी ने शिवम अग्रवाल से संपर्क बनाते हुए दिल्ली स्थित मणिपाल अस्पताल में उपचार कराया लेकिन उपचार के दौरान पृथ्वीनाथ की मौत हो गई। जिसके बाद पृथ्वीनाथ की पत्नी और बेटी अपने आप को पूरी तरह से असहाय समझ रही थी लेकिन शिवम अग्रवाल और उनके पूरे परिवार ने पृथ्वीनाथ की पत्नी और बेटी को सांत्वना देते हुए उनका क्रियाकर्म हिंदू रीति रिवाज के साथ बृजघाट गंगा के किनारे कराया और आखिरकार अब यह परिवार  की मिट्टी अपने आखिरी समय में पृथ्वीनाथ की मिट्टी को मिट्टी के बर्तन में ही लेकर अपने वतन को रवाना होना पड़ा।

अजय गुप्ता का कहना है कि उन्हें गर्व है शिवम अग्रवाल राजीव,अग्रवाल की सोच पर जिन्होंने यह एक ऐसा कार्य कर दिया। इसकी सपनों में किसी ने सोचा भी नहीं सोचा होगा कि मानव धर्म में यह सर्वोपरि है।