दिल्ली में शराब सस्ती होने के कारण गाजियाबाद में पिछले माह शराब की बिक्री बेहद कम हुई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 1 महीने में 13.18 करोड़ कि कम शराब की बिक्री दर्ज की गई है। इसका सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है कि इन दिनों दिल्ली में शराब सस्ते दामों पर दी जा रही है और गाजियाबाद में रहने वाले लोग चोरी छिपे दिल्ली से शराब खरीद कर ला रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से ऐसे लोगों के खिलाफ निरंतर कार्रवाई की जा रही है। लेकिन उसके बावजूद भी शराब की बिक्री पर खासा असर पड़ा है।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए गाजियाबाद के आबकारी अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि इन दिनों दिल्ली में शराब सस्ते दामों पर दी जा रही है। जिसका असर गाजियाबाद में शराब की बिक्री पर खासा असर हुआ है। उन्होंने बताया कि आबकारी विभाग को 31 दिनों में 13.18 करोड़ों रुपए का घाटा हुआ है। आबकारी अधिकारी ने बताया कि मई 2021 में 15 लाख और मई 2022 में विदेशी शराब की 7 लाख बोतलों की ही बिक्री हुई है। इसका सबसे बड़ा कारण यही माना जा रहा है। कि दिल्ली में शराब सस्ती है और अंग्रेजी शराब के शौकीन लोग दिल्ली से सस्ते दामों पर शराब खरीद कर ला रहे हैं। उन्होंने बताया कि खास तौर पर दिल्ली के बेहद नजदीक बॉर्डर के आसपास वाले इलाके जैसे साहिबाबाद, राजेंद्र नगर, वैशाली, लोनी ,खोड़ा, भोपुरा, कौशांबी, इंदिरापुरम, कविनगर ,राजनगर और यूपी बॉर्डर की कई दुकानों पर शराब की बिक्री बहुत कम हो पाई है। उन्होंने बताया कि दिल्ली में बियर की एक बोतल पर एक और विदेशी शराब की ₹1000 की कीमत तक की एक बोतल के साथ एक फ्री किए जाने से बॉर्डर के क्षेत्र कि करीब 35 दुकानों की बिक्री पर बड़ा असर पड़ा है। उन्होंने बताया कि शराब की बिक्री करने वाली दिल्ली की दो कंपनियों पर एफ आई आर भी दर्ज कराई गई है। इसके अलावा दिल्ली से शराब खरीदकर गाजियाबाद की सीमा मिलाने वाले लोगों के खिलाफ लगातार कार्रवाई भी की जा रही है। पिछले साल मई में 12 तो इस वर्ष मई में 45 शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है।