आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस नेताओं के द्वारा प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को स्वीकार ना करने पर दी यह तीखी प्रतिक्रिया

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस नेताओं के द्वारा प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को स्वीकार ना करने पर दी यह तीखी प्रतिक्रिया

भारत और राम को अलग नहीं किया जा सकता। "जो राम का नहीं है वह भारत का नहीं है" :--आचार्य प्रमोद कृष्णम 

भगवान श्री राम की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को राजनीति से जोड़कर देखने वाले कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे पर आचार्य प्रमोद कृष्णम  के बदले और और उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने कहा 
 जो भगवान राम का नहीं वह किसी का नहीं।

आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में राम की मूर्ति का लोकार्पण होना है।भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा पूरे विधि विधान के साथ किया जाएगा।इस दौरान देश से ही नहीं विदेशों से भी लोग लोकार्पण के वक्त अयोध्या में मौजूद रहेंगे। इस शुभ अवसर पर तमाम विपक्ष के नेताओं को भी निमंत्रण दिया गया है। लेकिन कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे निमंत्रण को लेकर बड़े असमंजस में है। क्योंकि वह इस पूरे प्रकरण को राजनीति से जोड़कर देख रहे हैं। कांग्रेस के नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने इस पर तीखी  प्रतिक्रिया दी है। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि भगवान श्री राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा में निमंत्रण मिलना और उस शुभ घड़ी में पहुंचना बड़े ही सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम के बिना भारत नहीं है। यानी जो राम का नहीं वह किसी का नहीं। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि  वह खुद भी सनातन धर्म को मानते हैं। भगवान श्री राम को मानते हैं।इसलिए भगवान राम से विमुख होकर  उनके निमंत्रण को स्वीकार न करना दुर्भाग्य है।