डासना जेल भी हुई राम मय
तेजस न्यूज संवाददाता
हिंदू मुस्लिम बंदियों ने किया भगवान श्री राम की लीला का मंचन।
जेल में बंदी भी देख सकेंगे 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाली भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा का लाइव प्रसारण।
आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इसके लिए पीछले काफी समय से व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है।उधर सरकर की तरफ से भी देश भर में लोगों से दीपावली जैसा माहौल बनाए जाने का प्रेरित किया जा रहा है। इसी कड़ी में प्रदेश सरकर की तरफ से सभी जेलों के लिए आदेश दिया गया है। कि जेलों में भी 22 जनवरी को दीपावाली जैसा माहौल बनाकर सुधार ग्रह की तरह पेश किया जाये। जिसके बाद से गाजियाबाद की डासना जेल में भी इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके लिए बाकायदा भगवान श्री राम कि लीलाओं का मंचन का रिहर्सल किया जा रहा है।बड़ी बात यह है कि भगवान श्रीराम के जय घोष के साथ हिंदू और मुस्लिम दोनों ही राम कि लीला का मंचन कर रहे हैं।
जेल अधीक्षक अलोक कुमार सिंह ने बताया कि आगामी 22जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम कि प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है। इसी उपलक्ष में सरकार के निर्देशानुसार गाजियाबाद की डासना जेल में बंद बंदियों के द्वारा ही जा रहा है भगवान राम की लीला का मंचन हिंदू मुस्लिम दोनों ही धर्म के बंदियों के द्वारा ही किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भगवान राम की लीला को देखकर सभी बंदी उनके आदर्शों को अपने जीवन में उतारेंगे।
उन्होंने बताया कि जेल मे इस आयोजन का रिहर्सल शुरू हो गया है। जेल मे बंद बंदियों ने इस कार्यक्रम की शुरुआत माँ सरस्वती की वंदना और गणेश वंदना से शुरू की। जेल के अंदर देखकर आईएस तरह का माहौल बन गया जैसे दिवाली पर भव्य सजावट की जाति है। इस दौरान रोशनी के बीच एक मंच को राम दरबार के रूप मैं सजाया गया। भगवान राम लंका मे रावण का वध करने के बाद माता सीता लक्ष्मण और हनुमानजी सहित जब अपनी जन्म भूमि श्री अयोध्या जी वापस आते हैं और वो अयोध्या आते ही भगवान श्री राम अपनी जन्म भूमि को नमन करते हैं। जिसके बाद गुरु और माताओं को प्रणाम कर अपने भाई भरत को गले लगाते हैं। भरत श्री राम को उनकी खड़ाऊ पहनाते है जिसके बाद विधि विधान के साथ उनका राज तिलक होता है।
इस तरह की लीला देखकर निश्चित तौर पर सभी बंदियों का हृदय भगवान श्रीराम के आदर्श को अपने जीवन में उतरने का प्रयास करेगा। उन्होंने बताया कि इस तरह का प्रयास बंदियों सोच में परिवर्तन लाने के साथ ही उनके जीवन में बड़ा बदलाव ला सकता है।
उन्होंने बताया कि अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन को लाइव प्रसारण किया जाएगा।