तेजेश चौहान, तेजस गाजियाबाद
गाजियाबाद पुलिस को एक बड़ी कामयाबी उसे वक्त हाथ लगी,जब पुलिस ने एक बड़े साइबर ठगों के गैंग का पर्दाफाश किया। साइबर क्राइम, पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद ने 04 अभियुक्त गिरफ्तार किए हैं। इनके कब्जे से पुलिस ने 14.98 लाख की नकदी 01 लैपटाॅप, 03 डेस्कटाॅप कम्प्यूटर, 08 मोबाइल फोन, 04 POS मशीन के अलावा 13 विभिन्न फर्मों की मोहरें, 19 बैंक चेकबुक, और 06 बैंक पासबुक, 06 एटीएम कार्ड, 03 फर्म के बैनर/फ्लैक्स के साथ तथा 06 राज्यों के 17 घटनाओं का खुलासा किया है। अपर पुलिस आयुक्त अपराध बताया कि 12 जनवरी से 9 फरवरी 2024 के बीच पीयूष वर्मा नाम के एक शख्स से कुल 46,00,700 रुपए की विभिन्न खातों में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर ट्रांसफर ठगी की गई।इस घटना के संबंध में 10 फरवरी को साइबर क्राइम पर अभियोग पंजीकृत कराया गया था।इस मुकदमे का अनावरण करते हुए पुलिस ने चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से ठगी के करीब 14 लाख 98 हजार रुपए के अलावा इस्तेमाल की गई सामग्री भी बरामद की है।
अपर पुलिस आयुक्त ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने पूछताछ के दौरान बताया कि इंदिरापुरम के न्याय खंड- 2, जे -16 सर्जन विहार में रहने वाले पीयूष वर्मा की तरफ से सोशल मीडिया पर शेयर ट्रेडिंग के संबंध वीडियो सर्फिंग करते समय साइबर ठगों के द्वारा उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप "ए एक्स 68 पोर्टफोलियो इन्वेस्टमेंट "से जोड़ा गया और उसे ग्रुप के एक लिंक के द्वारा पीयूष वर्मा को टेलीग्राम अकाउंट -@melissa 72635 से जोड़ा। उन्हें दुबारा भी टेलीग्राम अकाउंट द्वारा उन्हें 01vip Aangelone customer care व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ लिया। इन ग्रुप के माध्यम से शेयर ट्रेडिंग के बारे में टिप्स दिए जाते थे। शेयर ट्रेडिंग में विभिन्न अधिकृत कंपनियों के प्लेटफार्म के द्वारा विभिन्न शेयरों के आईपीओ एक निश्चित मूल्य में लिए जाते हैं। यह आईपीओ लॉटरी के माध्यम से आवंटित होते हैं। इन व्हाट्सएप ग्रुपों पर साइबर ठगों के द्वारा अपने प्लेटफार्म पर शेयर ट्रेडिंग करने का प्रलोभन यह कहते हुए दिया जाता है। कि उनके प्लेटफार्म पर शेयर ट्रेडिंग करने पर यह लोग विभिन्न कंपनियों के आईपीओ अपने कस्टमर या यूजर को इच्छित संख्या में आवंटित कर देते हैं
यह साइबर ठग कुछ कम मूल्य के शेयरों के उतार-चढ़ाव संबंधी टिप्स अपने व्हाट्सएप ग्रुपों पर देते हैं।जो सही भी निकालते हैं।इससे पीड़ित को इन साइबर ठगों पर विश्वास हो जाता है। तरह से पीयूष वर्मा को भी अपने कूटरचित एप पर फर्जी शेयर ट्रेडिंग एप का लिंक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से भेजा। जिस पर फर्जी शेयर ट्रेडिंग कराई गई।ये साइबर ठग अपने ट्रेडिंग एप पर अकाउंट बनवा कर उसमें शेयर ट्रेडिंग के लिए पीड़ितों से अपने कस्टमर केयर व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर उसे पर विभिन्न फर्जी और डमी बैंक अकाउंट के माध्यम से पैसे जमा करा कर अपने शेयर ट्रेंडिंग एप पर उसे शो करते हैं और फर्जी शेयर ट्रेडिंग एप पर बना अकाउंट ब्लॉक कर देते हैं व्हाट्सएप ग्रुप से उसे रिमूव कर देते हैं। उन्होंने बताया किपूछताछ के दौरान पता चला है। कि इन साइबर ठगों के द्वारा इस तरह की 6 राज्यों में 17 लोगों से करोड़ों की ठगी की जा चुकी है।