डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस के अवसर पर आखिर इसलिए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मेयर बैठे धरने पर
तेजेश चौहान तेजस----
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में भाजपा के कार्यकर्ताओं और बड़े नेताओं ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस मनाया। लेकिन उस पार्क में पुर्व में लगे विशाल तिरंगे को गायब देख पूर्व मेयर का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। इतना ही नहीं पूर्व मेयर साहब के गुस्सा यहीं शांत नहीं हुआ बल्कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति के आगे ही धरने पर बैठना गए । जिसके बाद भाजपा के कार्यकर्ता दो गुट में बैठे हुए नजर आए। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने इसे गंभीरता से लेते हुए पहले की तरह ही वहां तिरंगा लगाए जाने का भरोसा दिया तो मामला शांत हुआ।
गाजियाबाद में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस मनाया।जिसके चलते थाना कवि नगर क्षेत्र स्थित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क में बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और स्थानीय लोग पहुंचे। लेकिन अचानक ही वहां कुछ ऐसा हुआ। जिसे देखकर सभी कार्यकर्ता हैरान रह गए। क्योंकि भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मेयर जब डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति के सामने ही भाजपा के पूर्व मेयर धरने पर बैठ गए। पूर्व मेयर की नाराजगी थी। कि उनके कार्यकाल के दौरान डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क का सौंदर्यीकरण कराया गया। उसी दौरान पार्क में एक विशाल राष्ट्रीय ध्वज लगाया गया था। लेकिन आज वहां केवल बड़ा पोल तो नजर आया लेकिन पोल से तिरंगा गायब मिला। यह तिरंगा इतना बड़ा था। जिसे देखने के लिए लोग दूरदराज से इस पार्क में पहुंचते थे। इस बात को लेकर मौजूद कार्यकर्ता दो फाड़ में भी नजर आए।
कुछ कार्यकर्ता पूर्व मेयर के साथ खड़े दिखाई दिए, तो कुछ कार्यकर्ता मेयर के धरने पर बैठने को लेकर उनका समर्थन करते हुए नजर नहीं आए। बहराल मौजूद कार्यकर्ताओं ने पूर्व मेयर को काफी समझाने का प्रयास किया लेकिन व उनकी नाराजगी बरकरार रही। आखिरकार भाजपा के महानगर अध्यक्ष ने घोषणा की और इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मेंयर और नगर निगम के उच्च अधिकारियों से जल्द वार्ता कर तिरंगा लगवाये जाने का भरोसा दिया।तब जाकर पूर्व मेयर धरने से उठे।