तेजस न्यूज़: पेंटर ने अपना मेहनताना मांगा तो पुलिसकर्मियों ने की पिटाई ,उपचार के दौरान पेंटर की मौत ,पुलिस जांच में जुटी

तेजस न्यूज़:  पेंटर ने अपना मेहनताना मांगा तो पुलिसकर्मियों ने की पिटाई ,उपचार के दौरान पेंटर की मौत ,पुलिस जांच में जुटी

तेजेश चौहान ,तेजस

दिल्ली से सटे गाजियाबाद के थाना वेव सिटी इलाके में खाकी पर उस वक्त एक और दाग लग गया। जब दो पुलिसकर्मियों ने एक पेंटर कि महज इसलिए जमकर पिटाई की। क्योंकि पेंटर ने पेंट करने के बाद अपना मेहनताना मांग लिया पेंटर की इस कदर पिटाई की गई। कि उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा आखिरकार पेंटर ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। जिसके बाद से उसके परिवार में कोहराम मचा हुआ है और पिटाई करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।

हालांकि पुलिस ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए पीड़ित परिवार की तरफ से मामला दर्ज कर गहन जांच शुरू कर दी है। पुलिस के आला अधिकारियों का दावा है। कि यदि उन पर लगे आरोप सही पाए जाते हैं।तो जल्द ही आरोपियों के खिलाफ सख्त वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

मिली जानकारी के अनुसार थाना वेवसिटी क्षेत्र अंतर्गत आने वाली मानसरोवर पार्क कॉलोनी में प्रेम शंकर नाम का एक शख्स अपने परिवार के साथ रहा था। जो मकानों में पेंट करने का कार्य करता था। उसी इलाके में रहने वाले एक पुलिसकर्मी के मकान में प्रेम शंकर ने पेंट का कार्य किया था।प्रेम शंकर ने पुलिसकर्मी से अपना मेहनताना मांगा तो पुलिसकर्मी ने अपने एक अन्य पुलिसकर्मी के साथ मिलकर पुलिस का रौब दिखाते हुए उसकी पिटाई कर दी।प्रेमशंकर को इस दौरान काफी चोट आई। जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन उपचार के दौरान प्रेम शंकर ने दम तोड़ दिया। प्रेम शंकर के परिजनों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों की पिटाई इस कदर की गई कि उन्हें गंभीर चोट आई जिसके कारण उनकी मौत हो गई। अब प्रेम शंकर के घर वाले आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए एसीपी ने बताया कि इस तरह की सूचना पुलिस को प्राप्त हुई थी।बताया यह भी जा रहा है कि जिस वक्त पुलिसकर्मियों के द्वारा पेंटर प्रेमशंकर की पिटाई की गई।उस वक्त भी प्रेमशंकर की तरफ से पुलिस को सूचित किया गया और आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी।

लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लिया गया फिलहाल इस पूरे मामले की गहनता से जांच की जा रही है। यदि पुलिसकर्मियों पर लगे आरोप सही पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।