तेजस न्यूज:( सराहनीय ) राष्ट्रीय लोक अदालत में 2,55,000 व्यक्ति हुए लाभान्वित) 

तेजस न्यूज:( सराहनीय ) राष्ट्रीय लोक अदालत में 2,55,000 व्यक्ति हुए लाभान्वित) 
(राष्ट्रीय लोक अदालत में 2,55,000 व्यक्ति हुए लाभान्वित) 
तेजेश चौहान, गाजियाबाद
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गाजियाबाद के तत्वावधान में रविवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया । यह आयोजन जिला न्यायालय परिसर गाजियाबाद में जितेंद्र कुमार सिन्हा जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण गाजियाबाद की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। जिसमें आलोक पाण्डेय, नोडल अधिकारी / अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ,सुनील प्रसाद  सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण व अन्य सम्मानित न्यायिक अधिकारी गणों ने प्रतिभाग किया गया।
 राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के सुलह योग्य / शमनीय 28,459 वादों का निस्तारण किया गया। इसमें अर्थदंड से दंडनीय मामलों में अंकन 82,54,274/- रुपए अर्थ दंड आरोपित कर वसूल किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में वैवाहिक एवं भरण पोषण संबंधी 232 मामलों का निस्तारण परिवार न्यायालय द्वारा सुलह समझौते के आधार पर हुआ । जबकि लघु प्रकृति के मामलों में लेबर एक्ट वाणिज्य अधिनियम 26 यूपी पुलिस अधिनियम बाट माप अधिनियम मोटर वाहन अधिनियम आबकारी अधिनियम जिला परिषद अधिनियम आदि से संबंधित मामलों का निस्तारण किया गया । 

इसके अलावा मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर से संबंधित कुल 53 मामलों का निस्तारण करते हुए पक्षकारों को  लगभग 1,53,05,000/- रुपए अदा किए जाने के आदेश भी पारित किए गए। 

इस राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों के लोन रिकवरी से संबंधित 685 मामलों का बभी निस्तारण किया गया। इसमें 3,52,61,422/- रुपए की धनराशि वसूल की गई। वहीं बीएसएनल से संबंधित कुल 83 मामलों का भी निस्तारण किया गया।इसमें 3,24,105/- रूपये की धनराशि वसूल की गई । यानी राजस्व न्यायालयों से प्राप्त सूचना के अनुसार राजस्व संबंधी 2,25,220 मामलों का निस्तारण किया गया। आज आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत में लगभग 2,55,000 व्यक्ति लाभान्वित हुए ।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए गाजियाबाद के डिस्ट्रिक्ट जज जितेंद्र कुमार सिन्हा ने "तेजस न्यूज़" से खास वार्ता के दौरान बताया कि लोक अदालत का आयोजन हर तीसरे महीने किया जाता है और तमाम ऐसे मुकदमों को शामिल किया जाता है।जो काफी दिन से लंबित चले आ रहे हैं इस बार हुई लोक अदालत बेहद प्रभावी रही है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के मुकदमे लोक अदालत के माध्यम से खत्म किया जा सकते हैं।वह सभी मुकदमे लोक अदालत में सम्मिलित करते हुए उनका निस्तारण कराना चाहिए।
इनका हुआ निस्तारण

*राष्ट्रीय लोक अदालत में 2,55,000 व्यक्ति हुए लाभान्वित.
*शमनीय 28,459 वादों का निस्तारण किया गया। इसमें अर्थदंड से दंडनीय मामलों में अंकन 82,54,274/- रुपए अर्थ दंड आरोपित कर वसूला गया।
*वैवाहिक एवं भरण पोषण संबंधी 232 मामलों का निस्तारण परिवार न्यायालय द्वारा सुलह समझौते के आधार पर हुआ।
*मोटर वाहन दुर्घटना प्रतिकर से संबंधित कुल 53 मामलों का निस्तारण करते हुए पक्षकारों को  लगभग 1,53,05,000/- रुपए अदा किए जाने के आदेश भी पारित किए गए।

*विभिन्न बैंकों के लोन रिकवरी से संबंधित 685 मामलों का बभी निस्तारण किया गया। इसमें 3,52,61,422/- रुपए की धनराशि वसूल की गई।
*बीएसएनल से संबंधित कुल 83 मामलों का भी निस्तारण किया गया।इसमें 3,24,105/- रूपये की धनराशि वसूल की गई
*राजस्व न्यायालयों से प्राप्त सूचना के अनुसार राजस्व संबंधी 2,25,220 मामलों का निस्तारण किया गया