चंद्रांशु त्यागी
बारिश में पीपल के पेड़ के नीचे खड़ा होना पड़ा महंगा।
गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके के गांव मकनपुर में शुक्रवार को हुई बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से एक 12 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। जबकि 5 महिलाएं भी बुरी तरह झुलस गईं। इनमें से एक महिला की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। इसकी जानकारी जैसे ही स्थानीय लोगों को मिली तो पुलिस को सूचित किया गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से सभी झुलसी हुई महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया। जहां पर उनका उपचार जारी है।
जानकारी के मुताबिक मकनपुर गांव के पास एक मंदिर है। जहां पर कुछ झुग्गीयां हैं। यहां पर बिहार के रहने वाले कुछ परिवार रहते हैं। अपने परिवार का लालन- पालन करने के लिए पुरुष लोग मजदूरी करते हैं। जबकि महिला घरों में मेड का कार्य करती हैं। शुक्रवार की सुबह 5 महिला और एक 12 वर्षीय बच्ची अपने घर से काम करने के लिए निकली थीं। अचानक ही तेज बारिश आई तो मंदिर के पास पीपल के पेड़ के नीचे वह खड़ी हो गईं और बारिश बंद होने का इंतजार करने लगीं। अचानक ही तेज चमक के साथ 12 वर्षीय बच्ची के सिर पर आकाशीय बिजली गिर गई। इस दौरान बच्ची बुरी तरह से झुलसी हालत में जमीन पर गिर गई। साथ ही पास में खड़ी 5 महिला भी आकाशीय बिजली की चपेट में आ गईं और वह भी बुरी तरह झुलस गईं। इसकी जानकारी जैसे ही आसपास के लोगों को मिली तो वह भी मौके पर दौड़े और तत्काल प्रभाव से इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को भी दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी झुलसी हुई हालत में महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका उपचार जारी है। इनमें से एक महिला की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
जिस स्थान पर बिजली गिरी उसके पास ही एक हनुमान जी का मंदिर है। मंदिर के पुजारी सूर्य प्रकाश पांडे ने बताया कि बारिश हो रही थी। इसी बीच में अचानक ही तेज चमक के साथ गड़गड़ाहट हुई और आकाशीय बिजली गिरी। वहीं पर एक पीपल का पेड़ है, वहां पर बारिश से बचने के लिए कुछ महिला और एक 12 वर्ष की बच्ची खड़ी हुई थी। बिजली गिरते ही रोने चिल्लाने की आवाज आई तो वह भी बाहर निकले और मौके पर पहुंचे। वहां पर 12 वर्ष की बच्ची की मौत हो चुकी थी। जबकि पांच महिला बुरी तरह से घायल थीं। उन्होंने बताया कि जब इस पूरे मामले की जानकारी की गई तो पता चला कि 12 वर्ष की अजमेरु पुत्री परवेज की मौत हुई। बच्ची के सिर के बाल पूरी तरह से जल चुके थे और बच्ची के शरीर का आधा हिस्सा नीला पड़ गया था। इसके अलावा 17 वर्ष की जासमीन ,33 वर्ष की अजमेरी खातून और 40 वर्षीय शालो एवं 30 वर्षीय शबाना और नंदिनी आकाशीय बिजली गिरने से झुलस गईं। इनमें से शालो की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है। पुजारी ने बताया कि यह सभी मूल रूप से बिहार के पूर्णिया और मधेपुरा जिले के रहने वाले हैं और पिछले काफी समय से इन्हीं झुग्गियों में यह परिवार रहते हैं।
उन्होंने बताया कि इस घटना के बाद से पूरे इलाके में गम का माहौल बना हुआ है।