तेजेश चौहान, गाजियाबाद
गाजियाबाद
गाजियाबाद के थाना सिहानी गेट इलाके के नेहरू नगर में अचानक उस वक्त अफरा तफरी का माहौल हो गया। जब लोगों को पता चला कि करीब 78 वर्षीय एक रिटायर्ड इंस्पेक्टर को बंदूक साफ करते समय गोली लग गई और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इसकी सूचना पुलिस को उनके पुत्र के द्वारा दी गई। जिसके बाद पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।
बंदूक की नाल साफ करते वक्त लगी थी गोली
जानकारी के अनुसार 2006 में उत्तर प्रदेश पुलिस से रिटायर्ड हुए करीब 78 वर्षीय रामेश्वर दयाल गौर अपनी पत्नी अपने पुत्र और पुत्रवधू के साथ नेहरू नगर में रहते थे। चुनाव के वक्त उन्होंने अपनी दुनाली बंदूक निजी बंदूक की दुकान पर जमा की थी। वह अपनी बंदूक दुकान से वापस घर ले आए और उसकी सफाई कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। गोली की आवाज सुनते ही घर के अन्य सदस्य अपने कमरे से बाहर निकले तो उन्होंने देखा कि रामेश्वर दयाल गौर लहूलुहान हालत में मृत अवस्था में पड़े हुए थे। जिसकी सूचना स्थानीय पुलिस को उनके पुत्र भारत भूषण ने दी।
बंदूक की नाल साफ करते वक्त ही मारी थी खुद को गोली
मामले की जानकारी देते हुए एसीपी रवि कुमार सिंह ने बताया कि भारत भूषण नाम के एक व्यक्ति के द्वारा सूचना प्राप्त हुई थी। कि उनके 78 वर्षीय पिता रामेश्वर दयाल गौर अपनी डबल बैरल दुनाली बंदूक साफ कर रहे थे।अचानक ही संदिग्ध परिस्थिति में गोली लगी और उनकी मौत हो गई।सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची तो उनका शव लहू लुहान हालत में जमीन पर पड़ा हुआ था। पुलिस ने उनके शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसीपी ने बताया कि पुलिस की प्रथम जांच में पता चला है। कि साफ करते वक्त गोली नहीं चली, बल्कि उन्होंने आत्महत्या की है।क्योंकि सफाई करते वक्त कोई भी शख्स बंदूक को लोड नहीं रखता और गोली उनकी गर्दन से ऊपर थोड़ी पर लगी हुई थी। जिससे साफ प्रतीत होता है कि उन्होंने आत्महत्या की है फिलहाल मामले की गहन जांच की जा रही है।