रूकमणी कान्हा विवाह प्रसंग पर भावविभोर हुए श्रोता

रूकमणी कान्हा विवाह प्रसंग पर भावविभोर हुए श्रोता

रूकमणी कान्हा विवाह प्रसंग पर भावविभोर हुए श्रोता
- मुबारिकपुर के सिद्ध बाबा मंदिर में भागवत कथा का समापन
खेकड़ा
सिद्ध बाबा मंदिर मुबारिकपुर में चल रही श्री मद भागवत कथा के सातवें और अंतिम दिन महामंडलेश्वर भैयादास महाराज के सानिध्य में रुकमणी कान्हा विवाह का वृतांत सुनाया। जिसे सुनकर श्रोता भावविभोर हो गए।
कथा सुनाते हुए बाल साध्वी राधा देवी ने कहा कि रुक्मणी भगवान कृष्ण से बहुत प्रेम करती थी और मन ही मन रुकमणी ने कृष्ण को अपना पति भी मान लिया था। जब कान्हा के पास रुकमणी का प्रेम पत्र पहुंचा तो कृष्ण तुरंत रथ लेकर चल दिए और धूम धाम से विवाह कर रुकमणी का मनोरथ पूर्ण किया। साध्वी राधा देवी ने बताया कि रविवार को कथा समापन पर विशाल भंडारा होगा। श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर धर्मलाभ प्राप्त करे। 15 जुलाई को महामंडलेश्वर भैयादास महाराज का 62वां जन्मदिवस बालाजी धाम डूंडाहैड़ा में मनेगा।