ये कैसा समाधान दिवस-
तीन बार शिकायतों के बाद भी चकरोड नहीं हो रही कब्जा मुक्त - खेकड़ा के किसानों ने दी तहसील में धरने की चेतावनी
बागपत /खेकड़ा ब्यूरो
ये कैसा समाधान दिवस-
तीन बार शिकायतों के बाद भी चकरोड नही हो रही कब्जा मुक्त
- खेकड़ा के किसानों ने दी तहसील में धरने की चेतावनी
खेकड़ा
समाधान दिवस में शिकायतों के बावजूद चकरोड को कब्जा मुक्त नहीं कराया जा रहा है। पीड़ित किसानों ने शनिवार को फिर समाधान दिवस में शिकायती पत्र देते हुए चकरोड को कब्जा मुक्त करने की मांग की है। मांग पर अमल न होने पर धरना शुरू करने की चेतावनी भी दी।
कस्बे के मौहल्ला चक्रसैनपुर के रहने वाले राहुल, लोकेश, धर्मवीर, सौरव आदि किसानों के खेतों पर जाने के लिए सरकारी चकरोड है। दबंग किस्म के पड़ोसी किसानों ने उसे काटकर अपने खेतों में मिला रखा है। जिससे ये सभी किसान अपने खेतों पर नहीं जा पा रहे हैं। किसानों का आरोप है कि वह तहसील पर आयोजित होने वाले तीन समाधान दिवसों में चकरोड को कब्जा मुक्त करने की गुहार लगा चुके हैं। लेकिन तहसील प्रशासन फिर भी चकरोड को कब्जा मुक्त नहीं करा रहा है। शिकायती पत्रों पर झूठी रिपोर्ट लगा रहे हैं। पीड़ित किसानों ने शनिवार को फिर समाधान दिवस में चकरोड को कब्जा मुक्त करवाने की गुहार लगाई। चकरोड के कब्जा मुक्त ना होने पर उन्होंने तहसील पर धरना शुरू कर देने की चेतावनी भी दी है।