वाह रे सिस्टम 1875.51 करोड़ खर्च के बाद भी गोवंश सड़कों पर

1875.51 करोड़ खर्च के बाद भी गोवंश सड़कों पर हैं इस मामले में पंडित राजेश शर्मा का कहना है कि इसमें अधिकारी ही नहीं जनप्रतिनिधि एवं पार्षद भी दोषी हैं। राजेश शर्मा का कहना है कि विजयनगर जोन क्षेत्र में दो-तीन गौशालाएं होने बावजूद भी विजयनगर क्षेत्र के प्रमुख चौराहों एवं कॉलोनी में लगे कूड़े के ढेरो पर सैकड़ो गौ माता कूड़ा कचरा खाने पर विवश हैं।

वाह रे सिस्टम 1875.51 करोड़ खर्च के बाद भी गोवंश सड़कों पर

तेजस न्यूज संवाददाता 

1875.51 करोड़ खर्च के बाद भी गोवंश सड़कों पर

अधिकारी ही नहीं जनप्रतिनिधि एवं पार्षद भी दोषी:-पं राजेश शर्मा

विजयनगर जोन क्षेत्र में दो-तीन गौशालाएं होने बावजूद भी विजयनगर क्षेत्र के प्रमुख चौराहों एवं कॉलोनी में लगे कूड़े के ढेरो पर सैकड़ो गौ माता कूड़ा कचरा खाने पर विवश है जिसको लेकर जन अधिकार मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं राजेश शर्मा ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर निगम अधिकारियों पर कार्यवाही करने की मांग की है पं राजेश शर्मा ने बताया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्धारा प्रदेश के अंदर बेहतर गौशालाओं की व्यवस्था प्रबंधन को लेकर गौशाला अधिनियम 1964 को पूरे राज्य में लागू किया गया है।

गौशाला योजना के माध्यम से राज्य की सभी गौशालाओं के विकास हेतु सरकार के द्वारा आर्थिक सहायता प्रदान कराई जा रही है वर्तमान समय में प्रदेश के अंदर 498 गौशाला पंजीकृत हैं तथा 7,239 गोवंश आश्रय स्थल संचालित हैं तथा निराश्रित गोवंशों की देखभाल हेतु मुख्यमंत्री निराश्रित बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना प्रारंभ की गई जिसके माध्यम से 1875.51 करोड़ रुपए सरकार द्धारा खर्च किए जा चूके है तथा पूर्व में प्रदेश के 16 नगर निगम को गौशाला एवं आवारा पशुओं के आश्रय स्थल बनाने हेतु 10/10 करोड एवं 75 जिलों में गोवंशों के आश्रय स्थलों हेतु 90 करोड़ राशि प्रदान की गईं है उसके बावजूद भी आज गौ माता कूड़ा कचरा खाने पर विवश है सड़कों पर रोड एक्सीडेंट घायल घूम रही है तो उसके लिए अगर कोई दोषी है तो अधिकारियों से ज्यादा वहां के जनप्रतिनिधि क्षेत्र के पार्षद दोषी हैं। अगर एक हफ्ते के अंदर विजयनगर क्षेत्र की सड़कों कूड़ा कचरा खाकर घूम रही गायों को गौशाला में नहीं भेजा गया तो जन अधिकार मोर्चा नगर निगम मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन धरना प्रारंभ करेगी।