प्रशासन की नाक तले अवैध खनन में जुटे है माफिया
खेकड़ा में अवैध रेत खनन के जरिए यमुना नदी का सीना चीर रहे खनन माफियाओं के लिए काठा रोड मुफीद बना हुआ है। वे अवैध खनन के रेत लदे वाहनों को इस मार्ग से निकाल रहे हैं। जिससे मार्ग भी गढ़ों में तब्दील हो चुका है।
प्रशासन की नाक तले अवैध खनन में जुटे है माफिया
खेकड़ा, तेजस न्यूज रिपोर्टर
अवैध रेत खनन के जरिए यमुना नदी का सीना चीर रहे खनन माफियाओं के लिए काठा रोड मुफीद बना हुआ है। वे अवैध खनन के रेत लदे वाहनों को इस मार्ग से निकाल रहे हैं। जिससे मार्ग भी गढ़ों में तब्दील हो चुका है।
तहसील क्षेत्र में खनन माफिया जगह जगह अवैध रेत खनन के जरिए यमुना नदी का सीना चीरने में लगे हुए हैं। काठा गांव के आसपास तो रोजाना खुले स्तर पर रेत खनन किया जा रहा हैं। खनन माफिया ट्रैक्टर ट्रालियों से खेकड़ा क्षेत्र में उसकी सप्लाई कर रहे हैं। रात ही नहीं दिन में भी वे काठा मार्ग से रेत लदे वाहनों को खेकड़ा क्षेत्र में ला रहे हैं और जरूरतमंदों को पांच से छह हजार रुपए प्रति ट्रॉली रेत बेच रहे हैं। ऐसा नहीं है कि इन खनन माफियाओं की भनक तहसील प्रशासन और पुलिस का ना हो सभी को इनकी जानकारी है। फिर भी वे आंखें बंद किए बैठे हैं। जिससे उनकी कार्य प्रणाली पर प्रश्नचिन्ह भी लग रहा है। अवैध रेत लदे वाहनों से तीन माह पहले बना काठा रोड फिर से गडढो में तब्दील हो चुका है। जिससे क्षेत्र वासियों को उसे पर आवागमन करते समय परेशानी उठानी पड़ रही है।