दो पहिया वाहनों की चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के 3 अभियुक्त गिरफ्तार, वाहनों का जखीरा बरामद

क्राईम ब्रान्च पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद द्वारा दो पहिया वाहनों की चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन शातिर अभियुक्तों  को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से चोरी के 21 दो पहिया वाहन का बड़ा जखीरा व चोरी करने के उपकरण भी बरामद किए हैं।

दो पहिया वाहनों की चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के 3 अभियुक्त गिरफ्तार, वाहनों का जखीरा बरामद
तेजस न्यूज संवाददाता 
दो पहिया वाहनों की चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के तीन शातिर अभियुक्तों को किया गिरफ्तार, वाहनों का बड़ा जखीरा बरामद 

क्राईम ब्रान्च पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद द्वारा दो पहिया वाहनों की चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन शातिर अभियुक्तों  को गिरफ्तार किया है। जिनके कब्जे से चोरी के 21 दो पहिया वाहन का बड़ा जखीरा व चोरी करने के उपकरण भी बरामद किए हैं।

इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए  पुलिस उपायुक्त अपराध सचिदानंद ने बताया कि क्राइम ब्रान्च पुलिस कमिश्नरेट गाजियाबाद व थाना कविनगर पुलिस ने  दो पहिया वाहनों की चोरी करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के 03 शातिर अभियुक्तों को थाना कविनगर क्षेत्र से गिरफ्तार करने मे महत्तवपूर्ण सफलता हांसिल की है। गिरफ्तार किये गये अभियुक्तो की निशादेही पर अलीगढ व दिल्ली एनसीआर क्षेत्र से चोरी किये गये 21 दो पहिया वाहन (19 मोटर साईकिल व 02 स्कूटी) व दो पहिया वाहन चोरी करने के उपकरण बरामद किये गये हैं ।

 उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्त विजय यादव ने बताया कि उसने 10वीं पास करने के बाद पढाई छोड दी थी और नोएडा सैक्टर-63 क्षेत्र में किराये का मकान लेकर वहाँ दैनिक मजदूरी पर एक्सपोर्ट कम्पनी में प्रेसिंग का काम करने लगा। करीब 3-4 वर्ष पूर्व वहाँ उसकी मुलाकात कृष्णा व राजा जो लोनी क्षेत्र के रहने वाले थे, से हुई जो दो पहिया वाहन चोरी करते थे और काफी पैसे भी खर्च करते थे। लालचवश विजय यादव भी उनके साथ वाहन चोरी करने जाने लगा,वो लोग विजय को 01बाईक चोरी में 1,000 रूपये देते थे। कुछ समय बाद कृष्णा व राजा को पुलिस ने पकड़ लिया तो विजय अपने गाँव भाग गया था। मई वर्ष 2022 में विजय कोतवाली देहात हापुड से जेल गया था। जेल से छूटने के बाद उसने दो पहिया वाहन चोरी करने का अपना अलग गैंग बना लिया। उसके गैंग में उसके अलावा पिन्टू सोलंकी, राहुल, अभिषेक व सोनू शामिल थे। विजय यादव, पिन्टू सोलंकी व राहुल साथ मिलकर गाजियाबाद, नोएडा व दिल्ली एनसीआर क्षेत्र से दो पहिया वाहनों की चोरी करके  बाईक / स्कूटर मैकेनिक सोनू व अभिषेक को देते थे। अभियुक्त पिन्टू ने पूछताछ पर बताया कि उसने 9वीं करने के बाद पढाई छोड दी थी, तथा न्यायखण्ड इन्दिरापुरम मे रहकर स्वीगी में 6-7 साल से डिलीवरी ब्वॉय का काम कर रहा था। लॉक डाऊन से पहले से उसकी विजय यादव से दोस्ती थी। पिन्टू को पैसे की तंगी चल रही थी। विजय यादव ने उसे मोटर साईकिल चोरी करने के बारे बताया तो पिन्टू ने विजय यादव के साथ मिलकर दो पहिया वाहन चोरी करना शुरू कर दिया। पिन्टू वर्ष 2022 में मोटर साईकिल चोरी करने के अपराध में थाना इन्दिरापुरम से जेल भी जा चुका है।

अभियुक्त सोनू ने पूछताछ पर बताया कि वह 5वीं फेल है तथा उसकी वर्ष 2018 से नौगवां अलीगढ में मोटर साईकिल / स्कूटी की रिपेयर की दुकान करता है जहाँ उसकी मुलाकात 3-4 वर्ष पूर्व विजय यादव उपरोक्त से हुई उसने विजय, पिन्टू व राहुल से चोरी की मोटर साईकिलों को लेकर बेचने व मोटर साईकिलों के पार्ट्स को अलग-अलग करके रिपोयरिंग के लिए आने वाली मोटर साईकिलों में लगाना शुरू कर दिया जिसमे उसे काफी फायदा होने लगा।

उन्होंने बताया कि अभियुक्तगणों ने पूछताछ पर बताया कि वह गाजियाबाद, दिल्ली एनसीआर क्षेत्र से दो पहिया वाहनों की चोरी करके अलीगढ व बुलन्दशहर के देहात क्षेत्रों में 8-9 हजार रूपये में बेच देते हैं। ये लोग दिन में कम्पनियों मे काम करते है तथा जब भी इनके पास मोटर साईकिलों की डिमाण्ड आती है तो ये लोग रात के समय चोरी करते है। मोटर साईकिल की डिमाण्ड विजय, पिन्टू व राहुल को सोनू व अभिषेक बताते है। चोरी करने जाते समय ये लोग अपने मोबाईलों को बन्द कर देते है और जहाँ भी मौका मिलता है वहाँ से बाईक चोरी करके उसे छिपा देते है व बाद मे मौका मिलने पर उसे अलीगढ व आस-पास या अन्य दूरदराज के क्षेत्रों में डिमाण्ड के अनुसार ले जाकर बेच देते थे। अलीगढ में इस गैंग द्वारा काफी चोरी की मोटर साईकिलें छिपाकर रखी थी। अभियुक्तों ने बताया पिछले कुछ समय से पुलिस अलीगढ में इनके ठिकानों पर छापेमारी कर रही थी जिसके डर से इन लोगो ने अपने ठिकानों से ये सभी चोरी के दो पहिया वाहन हटा कर यहाँ गाजियाबाद में छिपा रखे थे। चोरी की मोटर साईकिलों को बेचने के बाद जो भी पैसा मिलता है उसे आपस मे बराबर-बराबर बाँट लेते थे और उससे अपने खर्चे व शौक पूरे करते थे।
अभियुक्तगणों ने चोरी की अन्य मोटर साईकिलों के सम्बन्ध में कई महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी है चोरी की अन्य मोटर साईकिलों की बरामदगी व गिरफ्तारी के लिए टीमे गठित की गईं हैं।