नगर निगम की लापरवाही से सावन मास में श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में होगी पानी की किल्लत, इसके अलावा अतिक्रमण भी बनेगा बाधक: श्रीमहंत नारायण गिरि

नगर निगम की लापरवाही से सावन मास में  श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर में होगी पानी की किल्लत, इसके अलावा अतिक्रमण भी बनेगा बाधक:  श्रीमहंत नारायण गिरि
रिपोर्ट:--- तेजेश चौहान, तेजस
नगर निगम के चारों टयूबवैलों ने दिया जवाब।
मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद प्रशासन अतिक्रमण नहीं हटा रहा है।

 गाजियाबादः
सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर की पहचान पूरे विश्व में है। विश्व भर से यहां श्रद्धालु भगवान दूधेश्वर की पूजा-अर्चना करने के लिए आते हैं। जिससे गाजियाबाद का परचम भी विश्व भर में फहराता है। इस सबके बावजूद मंदिर को सरकारी विभागों की उपेक्षा का शिकार होना पड रहा है। सरकारी विभागों की इस उपेक्षा के चलते ही सावन मास, सावन सोमवार व सावन शिवरात्रि पर जलाभिषेक के लिए आने वाले लाखों श्रद्धालुओं व कांवड़ियों के लिए पानी की व्यवस्था राम भरोसे रहेगी। मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि नगर निगम ने पानी की व्यवस्था के लिए 4 टयूबवैल लगा रखे हैं और इन चारों टयूबवैलों ने ही जवाब दे दिया है।

उनसे पानी की सप्लाई नहीं हो रही है। मंदिर ने भी पानी के लिए अपनी ओर से व्यवस्था कर रखी है, मगर उससे सिर्फ मंदिर का ही काम चल सकता है। श्रद्धालुओं को उससे पानी दे पाना संभव नहीं है। ऐसे में सावन मास, सावन के सोमवार व सावन शिवरात्रि पर मंदिर में जलाभिषेक के लिए आने वाले लाखों कांवड़ियों व श्रद्धालुओं को पानी की किल्लत का सामना करना पड सकता है। पहले भी ऐसा हो चुका है और कांवड़िएं हंगामा तक कर चुके हैं। इसके बावजूद नगर निगम ने समस्या के समाधान के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। नगर निगम के अधिकारियों को व्यक्तिगत रूप से अवगत कराए जाने का भी कोई फायदा नहीं हुआ है।  

मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि गौशाला अंडरब्रिज के आसपास गंदगी है। साथ ही सडकों की हालत भी ठीक नहीं है। सड़क की रोडी तक बाहर निकली हुई है। इससे कांवड़ियों को परेशानी का सामना करना पडेगा।  मंदिर के आसपास लोगों ने अतिक्रमण कर रखा है। अतिक्रमण को हटाने का आदेश प्रदेश के मुख्यमंत्री तक दे चुके हैं फिर भी प्रशासन ने अभी तक अतिक्रमण नहीं हटाया है।