उत्तम त्याग धर्म की पूजा से गूंजे जैन मंदिर
उत्तम त्याग धर्म की पूजा से गूंजे जैन मंदिर
खेकड़ा, तेजस न्यूज रिपोर्टर
दशलक्षण पर्व रविवार को धर्म नगरी बड़ा गांव और खेकडा के जैन मंदिरों में उत्तम त्याग धर्म की पूजा की गई। खेकड़ा के महावीर दिगंबर जैन मंदिर में हुए श्रुत स्कंध विधान में बड़ी संख्या में जैन धर्मावलंबी शामिल हुए।
धर्मानगरी बड़ागांव के त्रिलोक तीर्थ में पूजन सुबह 6 बजे पारस प्रभु के अभिषेक और शांति धारा से शुरू हुआ। इंद्र और इंद्राणी बने पात्रों ने मंत्रोचार के बीच उत्तम त्याग धर्म की पूजा की। पारस प्रभु पर अरघ चढ़ाए। जैन संत प्रभावना सागर ने उन्हें आशीर्वाद दिया और उत्तम त्याग धर्म की व्याख्या की। कहा कि उत्तम त्याग धर्म कष्टो का हरण करता है। भगवान महावीर ने भी कहा है कि जितना त्याग करोगे, उतने ही कष्ट कटेंगे। त्याग ही शांति का सोपान है। त्याग ही मुक्ति का मार्ग है। इसलिए मानव को त्याग धर्म को अंगीकार करना चाहिए। कस्बे के भगवान महावीर दिगंबर जैन मंदिर में रविवार सुबह प्रभु का अभिषेक किया गया। शांति धारा की गई। इसके बाद श्रुत स्कंध विधान हुआ। ब्रहमचारी मोहित जैन भैया ने मंत्रोचार के जरिए विधान का पूजन कराया। इसके बाद उत्तम त्याग धर्म का पूजन किया गया। पूजन में ओम प्रकाश जैन अनिकेत जैन, वीरेन्द्र जैन, प्रवीण जैन आदि शामिल हुए।