महापौर आशा शर्मा बालिकाओं की शिक्षा को लेकर हैं गम्भीर

गाजियाबाद नगर निगम की महापौर आशा शर्मा बालिकाओं की पढ़ाई को लेकर हैं बेहद गंभीर हैं। नगर निगम द्वारा संचालित स्कूल में बालिका की पढ़ाई को सुचारू किए जाने के लिए निर्देश

महापौर आशा शर्मा बालिकाओं की शिक्षा को लेकर हैं गम्भीर
तेजेश चौहान, तेजस
गाजियाबाद नगर निगम की महापौर आशा शर्मा बालिकाओं की पढ़ाई के लिए बेहद गंभीर।

गाजियाबाद की महापौर आशा शर्मा बालिकाओं की पढ़ाई को लेकर बेहद गम्भीर हैं।इसकी एक बानगी उस वक्त देखने को मिली जब नगर निगम द्वारा संचालित बालिका विद्यालय में 10 वीं कक्षा में पढ़ने वाली एक छात्रा अचानक बीमार हुई और घर की माली हालत ठीक ना होने के कारण उसे अपने पैतृक गांव जाना पड़ा जब वह इलाज करा कर वापस लौटी और स्कूल जाने लगी तो स्कूल में छात्रा से कहा गया कि उसका नाम कट गया है।अब वह स्कूल ना आए लेकिन छात्रा पढ़ाई करना चाहती है। वह लगातार स्कूल जाती रही लेकिन स्कूल में उसकी अटेंडेंस नहीं लगाई गई। यह जानकारी महापौर आशा शर्मा को मिली तो उन्होंने तत्काल प्रभाव से स्कूल की प्रिंसिपल और अध्यापिका से बात की और छात्रा की पढ़ाई सुचारू रखने के निर्देश दिए महापौर के इतिहस के कारण छात्रा का 1 साल बच गया।वरना अटेंडेंस कम होने के कारण छात्रा बोर्ड की परीक्षा में नहीं बैठ पाती।

मिली जानकारी के अनुसार मजदूरी करने वाले रामबाबू की पुत्री तुलसी बाबू नगर निगम द्वारा संचालित मकनपुर स्थित बालिका विद्यालय में कक्षा 10 की पढ़ाई कर रही है।अचानक ही तुलसी को टाइफाइड हो गया तो स्कूल में टीचर के द्वारा कहा गया कि जब तक ठीक ना हो वह स्कूल ना आए। उधर तुलसी के पिता की माली हालत ठीक न होने के कारण वह यहां पर महंगा इलाज नहीं करा पाए और अपने पैतृक गांव जाकर उन्होंने तुलसी का उपचार कराया। तुलसी ठीक होने के बाद जब स्कूल पहुंची तो उससे कहा गया कि अब उसका स्कूल से नाम कट गया है और अब स्कूल ना आए। लेकिन तुलसी आगे की पढ़ाई करना चाहती है।वह लगातार स्कूल जाती रही आश्चर्य की बात यह है कि लगातार स्कूल जाने के बाद भी तुलसी की अटेंडेंस नहीं लगाई गई।आखिरकार तुलसी  से साफतौर पर कह दिया गया कि उसकी अटेंडेंस कम हो गई हैं।इसलिए इस बार वह परीक्षा में नहीं बैठ पाएगी। तुलसी इस बात को सुनकर बेहद आहत हुई और तुलसी के घर वालों ने इसकी जानकारी महापौर आशा शर्मा को दी।जिसे महापौर ने गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से तुलसी की पढ़ाई सुचारू रखे जाने के निर्देश दिए। महापौर के द्वारा छात्रा की इस परेशानी को हल किए जाने के बाद खुद छात्रा और उसके घर वाले महापौर को लगातार धन्यवाद दे रहे हैं।