कूड़ा निस्तारण की मांग करना पड़ा भारी, सुपरवाइज़र पर धमकी देने का आरोप
तेजस न्यूज संवाददाता
गाजियाबाद। राकेश मार्ग पर गुलमोहर एन्क्लेव के बाहर लगे कूड़े के ढेर को हटाने की मांग करना गुलमोहर एन्क्लेव निवासी गौरव बंसल को भारी पड़ गया है। कूड़ा निस्तारण करने का ठेका लेने वाली फर्म के सुपरवाइजर से गौरव बंसल ने जान का खतरा बताया है।
गौरव बंसल का कहना है कि गुलमोहर एन्क्लेव के गेट पर बने कूड़ाघर से कई दिन तक कूड़ा न उठने का मामला पिछले काफी समय से उठ रहा है। सोमवार को भी आरडब्लूए के उपाध्यक्ष विनम्र जैन और सोसायटी के लोगों के साथ साथ उन्होंने भी इस मामले को उठाते हुए कूड़ा निस्तारण की मांग की थी और इस स्थान पर कूड़ाघर की जगह पेड़ पौधे लगवाकर सुंदर पार्क बनवाने की मांग की थी। कूड़ा निस्तारण न होने के मामले ने तूल पकड़ा और नेचर ग्रीन प्राइवेट कम्पनी के मैनेजर रूपम श्रीवास्तव ने तत्काल कार्यवाही करते हुए सुपरवाइजर को हटा दिया। गौरव बंसल का आरोप है कि सुपरवाइजर ने उन्हें पूर्व में कार्यरत एक अन्य सुपरवाइजर द्वारा धमकी दिलवाई है। इस बारे में जब गौरव ने फर्म के मैनेजर रूपम श्रीवास्तव से शिकायत की तो उन्होंने इस मामले से पूरी तरह अपना पल्ला झाड़ लिया। गौरव ने बताया कि वर्तमान में जिस सुपरवाइजर को हटाया गया है वह गांव बम्हैटा का रहने वाला है। उसकी एवज में धमकी देने वाले व्यक्ति ने अपना नाम मोहित बताया है। गौरव ने बताया कि खबर छपने से फर्म का मैनेजर भी नाराज है और यहां तक कि वार्ड 22 और वार्ड 39 के पार्षदों ने भी चुप्पी साध रखी है। इस मामले में गौरव ने नेचर ग्रीन प्राइवेट कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों से अपनी जान माल का ख़तरा जताया है।