भगवान श्री दूधेश्वरनाथ मठ मंदिर में आजाद बलूचिस्तान के लिये हुई महादेव की विशेष पूजा अर्चना।

बलूचिस्तान की निर्वाचित सरकार की प्रधानमंत्री डॉ नायला कादरी बलोच गाजियाबाद स्थित भगवान दूधेश्वर नाथ मठ मंदिर पहुंची जहां उन्होंने बलूचिस्तान की आजादी के लिए भोलेनाथ की विशेष पूजा अर्चना की। इस दौरान नायला कादरी बलोच ने कहा कि बलूचिस्तान में जो नंगा नाच हो रहा है। वह किसी से छिपा नहीं है। वहां की महिलाओं और लड़कियों के साथ बलात्कार कर उनकी हत्या की जा रही है और जिस तरह से पाकिस्तानई बलूचिस्तान के लोगों के साथ कर रहे हैं। उससे लगता है कि उनका अगला निशाना भारत ही है

भगवान श्री दूधेश्वरनाथ मठ मंदिर में आजाद बलूचिस्तान के लिये हुई महादेव की विशेष पूजा अर्चना।
तेजेश चौहान, तेजस
श्रीदुधेश्वरनाथ मठ में आजाद बलूचिस्तान के लिये हुई महादेव की विशेष पूजा अर्चना।
सनातन धर्म अन्याय और अत्याचार के सर्वदा विरुद्ध- श्रीमहंत स्वामी नारायण गिरी महाराज

बलोचिस्तान की निर्वासित सरकार की प्रधानमंत्री नायला कादरी बलोच मंगलवार को गाजियाबाद के प्रसिद्ध भगवान दूधेश्वर नाथ मंदिर पहुंचीं,इस दौरान उनके साथ महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी व डॉ उदिता त्यागी व उनके अन्य साथी भी मौजूद थे। मंदिर पहुंचते ही श्रीमहन्त  नारायण गिरि महाराज व उनके शिष्य दिल्ली गेट देवी मंदिर के महंत गिरिशानंद गिरि महाराज,स्वामी रमेशानन्द गिरि महाराज तथा अन्य संतो और ब्राह्मणों ने उनका स्वागत किया और आजाद बलोचिस्तान के निर्माण के लिये देवाधिदेव भगवान महादेव शिव की विशेष पूजा की।इस दौरान डॉ नायला कादरी बलोच इस दौरान मीडिया से भी रूबरू हुईं।  

डॉक्टर नायला कादरी बलोच ने कहा कि बलूचिस्तान में जो नंगा नाच हो रहा है। वह किसी से छिपा नहीं है। वहां की महिलाओं और लड़कियों के साथ बलात्कार कर उनकी हत्या की जा रही है और जिस तरह से पाकिस्तानई बलूचिस्तान के लोगों के साथ कर रहे हैं। उससे लगता है कि उनका अगला निशाना भारत ही है। इसलिए भारतीयों को भी इसे गंभीरता से लेने की आवश्यकता है।
सनातन के मंदिर तोड़ने वालों की औलादों को अपने पुरखों के कुकृत्य पर माफी मांगनी चाहिए-श्रीमती नायला कादरी बलोच।

डॉ नायला कादरी ने कहा कि सनातन धर्म के मंदिर और उपासना स्थल सम्पूर्ण मानवता के लिये प्रेम और सम्मान से भरे हुए हैं।पता नहीं वो कौन सा पागलपन है जो कुछ लोगो को ऐसे मन्दिर और उपासना स्थल को तोड़ने की इजाजत देता है। मन्दिरो को तोड़ने वाले कोई राजा,महाराजा या सुल्तान नहीं थे। बल्कि वह चोर डाकू थे। यदि ऐसे चोर डाकुओं की औलादें कहीं हैं या कोई खुद को उनकी औलाद मानता है ,तो उसे अपने पुरखों के कारनामो पर शर्मिंदा होना चाहिये और इसके लिये हिंदुओं से माफी भी मांगनी चाहिये। उन्होंने सनातन धर्म के उपासना स्थलों में मिले प्यार और सम्मान से अभिभूत होकर कहा कि जो हमारे साथ हो रहा है उससे सारे विश्व को सबक लेना चाहिये।

नायला कादरी बलोच ने यह भी कहा कि वो यहाँ कुछ मांगने नही बल्कि यहाँ के हिन्दुओ को हिंगलाज माता का आशीर्वाद देने के लिये आई हैं। दूधेश्वरनाथ पीठाधीश्वर स्वामी नारायण गिरी महाराज ने नायला कादरी को चादर उठाकर व माला पहनाकर सम्मानित किया।बलोचिस्तान की आजादी के लिये आशिर्वाद देते हुए स्वामी ने कहा कि सनातन धर्म सदैव की अन्याय और अत्याचार के विरुद्ध रहा है।हम हर तरह से बलोच भाइयों के साथ हैं और उनका समर्थन करते हैं। नायला कादरी के द्वारा कही गई सभी बातों को ध्यान में रखते हुए स्वामी नारायण गिरी जी महाराज ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी से इस विषय मे त्वरित कदम उठाने की भी अपील की।
इस अवसर पर सरदार रविरंजन सिंह, कैप्टन शशिभूषण त्यागी, अंकित वर्मा,अंकुर जावला सहित अनेक गणमान्य भक्त भी उपस्थित थे।